बस्तर की कुटकी में मिले सर्वाधिक लौह तत्व

जगदलपुर, अक्टूबर 31: लघु धान्य फसल कुटकी के हर सौ ग्राम में 28.3 मिली ग्राम आयरन होने की पुष्टि शहीद गुण्डाधूर कृषि महाविद्याल व अनुसंधान केंद्र ने की है। केंद्र के अनुसार अखिल भारतीय स्तर पर अलग-अलग राज्यों पर पाई जाने वाली कुटकी की चार सालों तक जांच परख के बाद यह परिणाम हासिल हुए है। राज्य स्तर पर कुटकी की बीएल-4 प्रजाति को छ.ग.-1 का नाम देने की अनुशंसा के साथ ही अब इस प्रजाति का नामकरण केंद्र के गजट नोटिफिकेशन की प्रक्रिया में है। वैज्ञानिक (पादप प्रजनन) अभिनव साव ने बताया कि इस मौसम में चित्रकोट क्षेत्र के धुरागांव में इसकी भरपूर पैदावार हुई है। बस्तर के पठारी इलाकों के अलावा राज्य के मैनपाट में भी बेहतर गुणवत्ता की कुटकी पाई गई है।