
भारतीय किसान संघ मालवा प्रांत
भगवान बलराम संदेष यात्रा ओमकारेष्वर से महाॅकालेष्वर तक
दिनांक 15 अगस्त से 12 सितम्बर 2016
यात्रा संदेष जहर मुक्त कृषि, नषा मुक्त मानव
भारतीय किसान संघ मालवा प्रंात ने जहर मुक्त कृषि, नषा मुक्त मानव केे संदेष केे साथ बलराम संदेष यात्रा निकाली जो प्रांत के 85 विकासखण्डो में 358 ग्रामांें से होती हुई 3500 कि.मीं. कि दुरी तय कर 29 दिनो में सम्पन्न हुई।
भगवान बलराम संदेष यात्रा का शुभारम्भ खण्डवा जिले के प्रसिद्व तीर्थ माॅ नर्मदा के पावन तट पर स्थित ओंकारेष्वर ज्योर्तिलिंग से 15 अगस्त से प्रारम्भ होकर प्रसिद्व तीर्थ नगरी उज्जैन में माॅ षिप्रा के पावन तट पर स्थित भगवान महाॅकालेष्वर ज्योर्तिलिंग में दिनांक 12 सितम्बर को पुर्ण हुई।
यात्रा का प्रारम्भ ओंकारेष्वर में मान्धाता के राजा माननीय दिपेन्द्र सिंह जी द्वारा हरी झण्डी दिखाकर किया गया पुजन अर्चन के साथ मान्धाता के राजा ने बताया की उनका परिवार विगत 2 वर्षो से सभी प्रकार के नषो से मुक्त है तथा सुख-चैन एंव प्रसन्नता के लिए नषा मुक्ति एक पावन पहल है और वे भाग्यषाली है कि इस पावन यात्रा का शुभारम्भ उनके हाथो हुआ जिससे किसान व अन्य बन्धु यात्रा के माध्यम से नषा मुक्त होने के लिए संकलपित होंगे।
इस अवसर पर नरसिंह मंदिर के महंत श्री ने आर्षीवचन देते हुए नषे से नुकसान तथा रसायन खेती के दुषपरिणामो के प्रभावो तथा इनसे लडने के लिए संदेष यात्रा के लक्ष्य कि प्रषंसा करते हुए लोगो से इसे जन-जन पहुचाने का आह्यन किया।
यात्रा 15 अगस्त दोप. 3 बजे जहर मुक्त कृषि, नषा मुक्त मानव का संदेष लेकर नषे पर प्रतिबंध लगाना है, स्वस्थ समाज बनाना है जैविक खेती अपनाना है और गौवंष बचाना है। का जय घौष करती हुई अपने गंतव्य की ओर प्रस्थान हुई।
खण्डवा जिले के पुनासा तहसिल केन्द्र पर कस्बो के अन्दर गलीयो में लोगो ने जोरदार स्वागत किया और कहा कि ऐसी यात्रा पहली बार देखी है जो इस बात को लेकर जनजागरण का कार्य कर रही है।
आगे यात्रा के क्रम में प्रतिदिन पाॅच-छ सभाओ केा सम्भोधित करती हुई, दिनभर में 10-12 ग्रामो से होती हुई तथा गांव-गांव में नषा मुक्ति का संकल्प कराती खण्डवा से खरगौन पहुची जहा किसान बंधुओ ने ढोल ढमाके के साथ अद्वितिय स्वागत किया।
अलिराजपुर, झाबुआ व धार जिलो में भी वनवासी किसान बंधुओ ने नषा मुक्ति का संकल्प लिया।
जगह-जगह रथ में बने भगवान बलराम मंदिर में जनता जनार्दन ने पुजा अर्चना कर जैविक कृषि एंव नषा मुक्ति का संकल्प लिया।
सदेष रथ का दाहिना भाग जैविक कृषि, रोजगार युक्त ग्राम एवं स्वस्थ जीवन का संदेष तथा बायां भाग नषा मुक्ति का संदेष दे रहा था। रथ के पिछले हिस्से में भगवान बलराम जी का आकर्षक मंदिर सबको अपनी ओर लुभा रहा था।
यात्रा क्रम में प्रत्येक गांव मंे प्रवेष करते हुए सर्वप्रथम भगवान बलराम जी कि आरती होती, संदेष के जय घोष लगते तथा हमारे वक्ता अपना विचार रखते, फिर नषा मुक्त होने व जैविक खेती करने के लिए ग्रामिण बन्धुओ एंव भगिनि संकल्प लिए जाते थे।
यात्रा में रथ के साथ चलने वाले कार्यकर्ताओ का प्रत्येक गांव में बहुत ही आदर तथा आत्मीयता भरा स्वागत किया गया।
यात्रा को लेकर समाज व कार्यकर्ताओ तथा जनता का उत्साह देखने लायक था।
यह यात्रा मालवा प्रांत के 17 जिलो कि ़98 तह. में कुल 358 स्थानो से भ्रमण करती हुई, 178 सभाओ के माध्यम से कुल 3860 संकल्पकर्ताओ को नषामुक्त होने का तथा 1604 किसानो को जैविक खेती का संकल्प करवाती हुई 12 सितम्बर को प्रातः 11 बजे बाबा महांकाल कि नगरी उज्जैन पहुॅची। जहा यात्रा का समापन भा. कि. संघ के अ. भा. सह संगठन मंत्री मा. गजेन्द्र जी के मार्गदर्षन में पुर्ण हुआ।